हरियाणा के रोहतक में प्रदेश सरकार की ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल पॉलिसी को लेकर सरपंचों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सरपंच ब्लॉक कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार ने मांगे पूरी नहीं की तो 29 जनवरी को गोहाना में होने वाली अमित शाह की रैली का सभी सरपंच विरोध करेंगे। नारेबाजी कर सरपंचों ने BDPO कार्यालय पर ताला भी जड़ा।
जिला रोहतक सरपंच एसोसिएशन के प्रधान विकास खत्री ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती। तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। ब्लॉक पर तालाबंदी करेंगे और ना ही वे अपने काम करेंगे। यहां तक कि अन्य को काम नहीं करने देंगे। 29 जनवरी को गोहाना में केंद्रीय मंत्री अमित शाह की रैली का भी विरोध करेंगे।
सरकार ठेका प्रथा को दे रही बढ़ावा
उन्होंने कहा कि सरपंचों को गांव के विकास के लिए पूर्ण अधिकार दिए जाए। यह सरकार ठेका प्रथा को बढ़ावा दे रही है। हरियाणा में पहले ही पंचायत चुनाव 2 साल की देरी से हुए हैं और अभी तक किसी भी गांव में विकास कार्य सुचारु रूप से शुरू नहीं हुए हैं। ठेकेदारों ने घटिया किस्म का मैटीरियल इस्तेमाल किया है। सरकार ठेकेदारों से कमीशन ले रही है, इसलिए अधिकारियों और ठेकेदारों को फायदा दे रही रही।
बीडीपीओ कार्यालय पर जड़ा गया ताला
ई-टेंडरिंग से विकास कार्यों में परेशानी
उन्होंने कहा कि सरपंच सरकार की ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल स्कीम को लेकर सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। विरोध कर रहे सरपंचों का कहा कि ई-टेंडरिंग से गांव के विकास कार्यों में परेशानी होगी। इससे गांव के विकास कार्य समय पर नहीं हो सकेंगे। ई-टेंडरिंग व्यवस्था से गांव के विकास कार्यों में तेजी नहीं आ पाएगी, ठेकेदार अच्छे से काम नहीं करा पाएंगे।