हरियाणा में इन दिनों रबी की फसल की खरीद चल रही है। 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में किसानों को फसल खरीद के भुगतान की प्रक्रिया सरकार ने शुरू कर दी है। अब तक 81381 किसानों के खातों में 932.64 करोड़ रुपए का भुगतान ऑनलाइन ट्रांसफर किया जा चुका है। अब बचे हुए 24,624 किसानों के भुगतान की भी फाइल जनरेट कर दी गई है। इन किसानों को पैसा 17 अप्रैल यानी कल इनके खातों में 317.22 करोड़ रुपए पहुंचेगा।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दावा किया है कि सरकार किसानों के गेहूं का एक-एक दाना MSP पर खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने रबी की फसल की सुगम खरीद के लिए समुचित व्यवस्था की है। रबी की फसलों को MSP पर खरीदा जा रहा है।
932.64 करोड़ का अब तक भुगतानकिसानों को उनकी फसल का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जा रहा है। अब तक 81381 किसानों के खातों में 932.64 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। वहीं 24624 किसानों के खातों में 317.22 करोड़ रुपए भुगतान के लिए पेमेंट फाइल जनरेट की गई, यह भुगतान 17 अप्रैल को होगा।72 घंटे में भुगतान का दावाCM मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा प्रदेश है जहां 48 से 72 घंटों में किसान की फसल खरीद का भुगतान किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा गेहूं की फसल में लस्टर लॉस या दाना टूटने के नुकसान के मद्देनजर खरीद सीजन 2023-24 के दौरान गेहूं की खरीद के मापदंडों में छूट दी गई है।
20 मार्च से खरीद शुरू
प्रदेश में सरसों की खरीद 20 मार्च से शुरू हो चुकी है जबकि गेहूं, जौ और चना की खरीद 1 अप्रैल से की जा रही है। विभिन्न मंडियों में खरीद एजेंसियां अर्थात खाद्य आपूर्ति, हैफेड, एचडब्ल्यूसी और एफसीआई द्वारा यह खरीद की जा रही है। राज्य सरकार ने गेहूं के लिए 408 मंडियां/खरीद केंद्र, सरसों के लिए 103 मंडियां, खरीद केंद्र, जौ के लिए 25 मंडियां और चना के लिए 11 मंडियां, खरीद केंद्र खोले हैं।