हरियाणा में किताबों के बाजार में नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) की नकली किताबों की एंट्री हो गई है। CM फ्लाइंग स्क्वायड की रेड में यह खुलासा हुआ है। स्क्वायड ने राज्य भर में 8 जिलों में छापामारी कर 12 किताब विक्रेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने इस मामले को गंभीरता से लिया है साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह विभागीय स्तर पर भी इस मामले में कार्रवाई करें।इन जिलों में लगे छापे
सीएम फ्लाइंग स्क्वायड ने पूरे हरियाणा में 25 जगह छापामारी की। छापे की यह कार्रवाई गुरुग्राम, हिसार, फरीदाबाद, करनाल, रोहतक, रेवाड़ी, पंचकूला और अंबाला जिलों में एक साथ की गई। इस दौरान गुरुग्राम में 7, हिसार में 2 और फरीदाबाद, करनाल और रेवाड़ी में 1-1 मामले दर्ज किए गए।
6 हजार नकली किताबें जब्तअब तक सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड ने NCERT की 6 हजार नकली किताबें जब्त की हैं। बुकसेलर सस्ते दामों पर NCERT की नकली किताबें खरीदते और फिर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचते पाए गए हैं। राज्य सरकार के के अनुसार, सोनीपत में RPS डिस्ट्रीब्यूटर पर छापा मारा गया और 705 किताबें जब्त की गईं।60 प्रतिशत तक कमा रहे मुनाफारेड के दौरान यह भी बात सामने आई कि नकली किताबें बेचकर बुकसेलर्स 50 से 60 फीसदी तक मुनाफा कमा रहे हैं।
राज्य में वैसे ही NCERT की किताबों की कमी चल रही थी, इसलिए इन पुस्तक विक्रेताओं का व्यापार खूब फलफूल रहा है। नकली किताबों में सस्ते कागज और स्याही का इस्तेमाल किया जा रहा है।GST की भी कर रहे चोरीहरियाणा सरकार के अधिकारियों के अनुसार, ये नकली किताबें बिना बिल के खरीदी और बेची जा रही थीं और इससे राज्य को भी GST का नुकसान हुआ है। यह भी सामने आया कि कुछ स्कूलों ने माता-पिता को NCERT की किताबों से अनावश्यक किताबें या डायरी खरीदने के लिए मजबूर किया, जो महंगी थीं और माता-पिता पर बोझ डालती थीं।