रोहतक । जैसा कि आप सभी जानते है कि रोहतक के पहरावर में 23 अप्रैल को भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाने वाला था लेकिन कार्यक्रम से दो दिन पहले सरकार ने प्रशासन व निगम को मोहरा बना कोर्ट का सहारा लेकर इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी है। इसके बाद शनिवार 22 अप्रैल को नवीन जयहिन्द ने सेक्टर-6 बाग में एक आपातकालीन मीटिंग बुलवाई।
जिसमे प्रदेश सभी जिलों से सैकड़ो प्रतिनिधि पहुंचे और साथ ही दादा दुलीचंद भी मीटिंग में शामिल हुए। जयहिन्द ने मीटिंग में कहा कि हम माननीय कोर्ट के फैसले का सम्मान करते है और कोर्ट ने हमे 22 मई 2023 की अगली तारीख दी है। जयहिन्द ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आने वाली 21 मई 2023 रविवार को उसी पहरावर की जमीन पर परशुराम जन्मोत्सव मनाएंगे। इस बीच हम न्याय के लिए सेशन कोर्ट, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
साथ ही नवीन जयहिन्द ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के पास एक महीने का समय है आने वाली 21 मई 2023 तक हमे यह बता दे कि जो पहरावर की जमीन मुख़्यमंत्री ने करनाल में हुए ब्राह्मण महाकुम्भ में ब्राह्मण समाज को वापिस देने का वादा किया था वह जमीन कहा है? जयहिन्द ने कहा कि कोर्ट के इस फैसले से यह साबित होता है कि मुख्यमंत्री मानोहरलाल खट्टर साहब महाझूठे आदमी है क्योंकि वे मंच से तो कहते है कि पहरावर की जमीन ब्राह्मणों की है और उन्ही को मिलेगी। और कोर्ट में सरकार कहती है की यह जमीन निगम की है इसलिए वहां जन्मोत्सव की अनुमति नही दी जा सकती।
तो इस पर जयहिन्द ने सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या परशुराम जन्मोत्सव मनाने ब्राह्मण पहरावर की जगह पाकिस्तान जाएंगे? जयहिंद ने कहा कि निगम ने कोर्ट में बताया कि नवीन जयहिंद गुंडा है, मवाली हैं, गुंडागर्दी करता है । क्या भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाना गुंडागर्दी है? क्या भगवान परशुराम का मंदिर बनाना गुंडागर्दी है ? अगर है तो नवीन जयहिंद फांसी पर चढ़ने के लिए भी तैयार हैं। 20 अप्रैल की रात को निगम द्वारा भगवान परशुराम भक्तों के लिए की जा रही व्यवस्था को खराब किया, टेंट को तोड़ा व 50 लाख का आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
नवीन जयहिंद ने कहा कि वह अपनी गाड़ी तक बेच रहे है, मुझे अपनी किडनी बेचनी पड़ जाए तो कोई गम नहीं है लेकिन भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाने में किसी तरीके की कोई कमी नहीं छोड़ी जानी थी। नवीन जयहिंद ने मुख़्यमंत्री खट्टर का वीडियो दिखाते हुए कहा कि पहले मुख्यमंत्री खट्टर खुले मंच से कहते हैं कि हमने गौड़ संस्था को जमीन दे दी है लेकिन जब ब्राह्मण उसी जमीन पर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मना रहे हैं तो मुख़्यमंत्री आपत्ति हो रही है।
यह जन्मोत्सव 36 बिरादरी के भाईचारे के सहयोग से 36 बिरादरी के भाईचारे लिए बनाया जा रहा है। पहरावर जमीन पर स्कूल- अस्पताल- मंदिर बनेगा। सरकार को स्कूल अस्पताल मंदिर से भी आपत्ति है । जयहिंद ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कायरों की तरह भगवान परशुराम के भक्तों पर वार कर रही है अगर सरकार में दम है तो वह सीधे मुझसे लड़े। केस करवा रही है तो कभी टेंट उखड़वा रही है । लेकिन मैं आपको बता दूं कि नवीन जयहिंद सरकार की इन ओछी हरकतों से डरने वाला नहीं है ।
जयहिन्द ने आगे कहा कि हमने पहले भी फरसे के दम पर इस जमीन से निगम का कब्जा हटवाया था और अब भी 21 मई को वहां बिना डरे बिना किसी प्रशासन के भय के भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाएंगे। जयहिन्द ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अंदर कंस की आत्मा आई हुई है इसलिए वह भगवान परशुराम का जन्म उत्सव नहीं मनाने दे रहे हैं ।
जयहिन्द ने वही दूसरे ब्राह्मण नेताओं को भी ललकारते हुए कहा कि आज जब समाज पर आपत्ति आई है समाज के ठेकेदार बिलो में क्यों घुसे हुए हैं। रोहतक से सांसद अरविंद शर्मा दादा राजकुमार गौतम कुलदीप वत्स सहित अन्य तमाम नेता विधायक सांसद भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सरकार द्वारा समाज के साथ किए गए धोखे पर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं। लेकिन उनकी सरकार को खुली चुनौती है कि वे परशुराम जन्मोत्सव को रोक कर दिखाए। पहरावर में आने वाले भक्तों की संख्या से सरकार डर गई है। इसलिए तो सरकार को ऐसे हथकंडे अपनाने पड़ रहे है ।