महिला पहलवानों के समर्थन में सोनिया दुहन के नेतृत्व में पदयात्रा दूसरे दिन सांपला पहुंची अनेकों किसान संगठनों और खापों ने लिया हिस्सा आज प्रदेश में बेटियों की हालत इतनी दयनीय है की न्याय के लिए सड़कों पर उतने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है प्रदेश की बेटियां संसद में पंचायत करके अपने हक के लिए जान की बाजी लगा देंगी। सोनिया दुहन ने कहा कि भाजपा राज में बेटियों को न्याय के लिए सड़कों पर बैठना पड़ रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। न्याय के लिए जंतर-मंतर पर देश के लिए मेडल जीतने पर प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री खट्टर उनके साथ फोटो खींचकर ठोग करते हैं और आज वहीं बेटियां न्याय की गुहार लगा रही है तो उनकी सुन नहीं रहे हैं।
सोनिया दुहन ने कहा कि नई संसद भवन के बाहर बड़ी महिला महापंचायत करके महिलाओं को न्याय दिलाने का काम करेंगे। जो हमारी महिला कोच है उनको आज न्याय मांगते हुए कितने महीनों हो गये है लेकिन संदीप सिंह जेल में नहीं गया और ना ही ब्रजभूषण आज तक जेल में गया है। इसीलिए हम जरूरत पड़ गई कि इस तरीके से हम सड़कों पर बैठा ही दिए हैं तो सड़कों पर हम चलेंगे भी।
सोनिया ने कहा कि बीजेपी नहीं चाहती कि महिलाओं को न्याय मिले और इज्जत मिले। आज प्रधानमंत्री विदेशों की यात्रा करने में व्यस्त हैं लेकिन इन महिलाओं की आवाज सुनने को तैयार नहीं है।
दुहन ने कहा कि हम हर हाल में नई संसद भवन के बाहर महापंचायत करेंगे और अब कल इस देश की महिलाएं नई संसद का उद्घाटन करेंगी और बड़े ही शर्म की बात है कि देश की राष्ट्रपति को उद्घाटन के लिए आमंत्रण पत्र तक नहीं भेजा। प्रधानमंत्री जी को बर्दाश्त नहीं हैं की एक महिला देश की संसद का उद्घाटन करें।
इस मौके पर महम चौबीसी से मा.रामफल राठी, ओमप्रकाश हुड्डा (हुड्डा खाप) ,कुण्डु खाप से जयवीर कुण्डु,दलाल खाप से कैप्टन मान सिंह,जगमंती सांगवान राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला समिति, किसान नेता सुरेश कौथ, अशोक बल्हारा, सतबीर चेयरमैन, धर्मवीर अठगांव, धर्मपाल बड़ाला, प्रीत सिंह, रणधीर सिंह, मोनिका सिसरोली, पूर्व सरपंच उमेद रिठाला, कृष्ण माजरा, रामकिशन मोखरा आदि मौजूद रहे।