हरियाणा के अस्पतालों में आज ओपीडी बंद डॉक्टर नहीं कर रहे ऑपरेशन इमरजेंसी में ही देख रहे मरीज अंबाला में हड़ताल का असर नहीं

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डॉक्टर आज भी फिर से हड़ताल पर परंतु रहती है कि इमरजेंसी की सेवाएं चलती रहेगी डीजे हेल्थ डॉक्टर आर एस पूनिया और हरियाणा मेडिकल सर्विस संगठन HCMS के पदाधिकारी के बीच देर रात तक हुई वार्ता मैं सहमति बनी की डॉक्टर प्रदेश में इमरजेंसी सेवाएं बंद नहीं करेंगे इसके बाद डॉक्टरों ने तय किया है कि वह मैं तो ओपीडी में बैठे मरीज को देखेंगे और ने ही ऑपरेशन करेंगे।

Effect Of Doctors Strike Visible In 19 Districts Of Haryana - Amar Ujala Hindi News Live - Haryana News:डॉक्टरों की हड़ताल से 19 जिलों में जांच हुई न ऑपरेशन, विज बोले- हड़ताल

: नागरिक अस्पतालों में डॉक्टर्स पोस्टमॉर्टम, एमएलआर, ओपीडी, आईपीडी, वीआईपी ड्यूटी, जेल ड्यूटी जैसे काम नहीं करेंगे। तीन दिनों में दूसरी बार डॉक्टरों की हड़ताल से नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ने वाली है। हालांकि डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर देर रात तक मीटिंगों का दौर जारी रहा।

डीजी हेल्थ ने HCMS पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि वे दो दिनों में स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी अनुपमा और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ वार्ता कराएंगे। चूंकि जी अनुपमा दिल्ली दौरे पर हैं, इसलिए संभव है कि आज हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज के साथ एसोसिएशन की मीटिंग कराई जाए। इसके बाद एसोसिएशन पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वह अस्पतालों में हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवाएं बंद नहीं करेंगे।

: HCMS पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि वे दो दिनों में स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी अनुपमा और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ वार्ता कराएंगे। चूंकि जी अनुपमा दिल्ली दौरे पर हैं, इसलिए संभव है कि आज हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज के साथ एसोसिएशन की मीटिंग कराई जाए। इसके बाद एसोसिएशन पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वह अस्पतालों में हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवाएं बंद नहीं करेंगे।

अंबाला हेल्थ मिनिस्टर अनिल विजय के गृह जिले सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल का कोई असर नहीं है डॉक्टर सामान्य ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी सेवा भी देख रहे हैं इससे पहले बुधवार को भी अंबाला में डॉक्टरों ने अपना कार्य जारी रखा था जबकि प्रदेश भर में सरकारी डॉक्टर ओपीडी सेवाएं बंद रख धरना दे रहे थे गृहमंत्री विजय ने भी इस दौरान डॉक्टरों की हड़ताल को नाजायज बताया था। उनका कहना है कि वह डॉक्टरों की बड़ी मांगों को मान चुके हैं इसके बाद भी वह हड़ताल कर रहे हैं।


: संगठन किए चार मुख्य मांगे
1.डॉक्टर के लिए एक विशेषज्ञ कैडर का गठन
2.SMO की सीधी भर्ती पर तुरंत लगाई जाए
3.PG के लिए बड़ा राशि 1 करोड़ से 50 लाख हो

गतिशील सुनिश्चित कैरियर प्रगति (ACP) योजना लागू हो

: राज्य में कुल मेडिकल आफिसर और सीनियर मेडिकल आफिसर के करीब 3 हजार पद हैं, जिनमें से केवल 931 डॉक्टर हडताल पर रहे हैं। अंबाला में 0, भिवानी में 44, चरखी दादरी में 25, फतेहाबाद में 17, फरीदाबाद में 20, गुरूग्राम में 90, हिसार में 77, जींद में 37, झज्जर में 70, कैथल में 29, कुरूक्षेत्र में 8, करनाल में 59, महेन्द्रगढ में 56, मेवात में 23, पलवल में 76, पंचकूला में 77, पानीपत में 22, रेवाडी में 85, रोहतक में 44, सोनीपत में 37, सिरसा में 10 और यमुनानगर में 25 डॉक्टर हडताल पर रहे।

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