स्पेयर-पार्ट चोरी में फंसा करनाल में नौकर निकला लूट की साजिश का मास्टरमाइंड गरीबी का हवाला देकर बचता रहा, अब मारी गोली

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नीलकंठ स्टार ढाबे के सामने से कारोबारी संजय गाबा को गोली मार कर कैसे वह गाड़ी लूटने कि मामले में नौकर ही मास्टरमाइंड निकला यह घटना हरियाणा के करनाल के नेशनल हाईवे स्थित नीलकंठ स्टार ढाबे के सामने की है। उसने अपने ही गांव के दो अन्य बदमाशों के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया जबकि पुलिस ने इस गुत्थी को 8 घंटे में उलझा दिया और आरोपी नौकर अमित को गिरफ्तार कर लिया अन्य दो आरोपियों में गाड़ी को बरामद करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

कारोबारी संजय सिंह चौधरी कॉलोनी निवासी है संजय गाबा के भाई सुनील गाबा ने बताया कि बस स्टैंड के सामने उनकी कर स्पेयर पार्ट की दुकान है उनकी दुकान पर काम के दौरान आरोपी अमित दुकान के स्पेयर पार्ट चोरी करके भेज देता था वह कई बार पकड़ा भी गया लेकिन हर बार संजय के सामने गिड़गड़ाने लगता था और कहता था साहब मैं गरीब हूं और नौकरी से घर चल रहा हूं।

उन्होंने बताया कि संजय को भी तरस आ जाता था और वह अमित को अपने पास ही रख लेता था। वह अमित को बार-बार समझता था कि चोरी करना गलत है। संजय गाबा ने उसे बार-बार मौका दिया, लेकिन संजय को कभी ऐसा नहीं लगा था कि छोटी मोटी चोरी करने वाला अमित उसको मौत के कुएं में धकेल सकता है।सुनील ने बताया कि गांव धोलगढ़ का अमित करीब ढाई साल से उनकी दुकान पर हेल्पर की नौकरी कर रहा था और संजय हर सप्ताह सामान लाने के लिए गाड़ी में अमित को भी दिल्ली अपने साथ लेकर जाया करता था। अमित यह बात बखूबी जानता था कि संजय लाखों रुपए कैश लेकर सामान लेने के लिए जाता है।पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि अमित जल्द अमीर बनना चाहता था। लिहाजा, उसने बड़ी लूट की वारदात की प्लानिंग की और आस्तीन के सांप ने अपने ही मालिक का डसना चाहा। अमित को पता था कि बुधवार को वह संजय के साथ स्पेयर पार्ट लाने के लिए दिल्ली जाने वाला है। जिसके बाद उसने अपने ही गांव के दो युवकों को अपनी योजना में शामिल किया। सब कुछ सेट हो चुका था कि कहां पर दोनों को खड़ा होना है और लिफ्ट के लिए हाथ देना है और कैसे गाड़ी रूकेगी।

इस वारदात को अंजाम देने के लिए अमित कई दिन पहले ही अपने अन्य दो साथियों क साथ प्लानिंग कर चुका था। बुधवार को अमित की प्लानिंग के अनुसार दोनों युवक ITI चौक पर खड़े हो चुके थे और संजय की गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। सुबह करीब सवा सात बजे संजय अपने नौकर अमित के साथ चौधरी कॉलोनी से निकला। टाटा जस्ट गाड़ी के बोनट में ही सवा दो लाख रुपए कैश रखा हुआ था। अमित को मालूम था कि गाड़ी में कैश है।

दोनों युवकों ने प्लानिंग के अनुसार ITI चौक पर संजय की गाड़ी को लिफ्ट के लिए रोका। संजय ने सवारी समझ कर गाड़ी रोकी और दिल्ली के लिए दोनों को गाड़ी में बैठा लिया, लेकिन शायद संजय नहीं जानता था कि जिन युवकों को शरीफ़ समझ कर बैठाया है असल में वे अमित की प्लानिंग का हिस्सा थे।

इस दौरान संजय गाड़ी चला रहा था और अमित साथ वाली सीट पर बैठा था। एनएच-44 पर टाटा जस्ट गाड़ी सरपट दौड़ रही थी। अचानक दोनों युवकों ने अपने अपने हथियारों से संजय के सिर में वार करने शुरू कर दिए। इतना ही नहीं एक युवक ने उसकी गर्दन को जकड़ लिया। कुटेल के नजदीक नीलकंठ ढाबा के सामने उसने गाड़ी को साइड में रोक दिया।

एक युवक ने धक्का देकर गाड़ी से नीचे गिरा दिया और दूसरे युवक ने अपने हाथ में ली पिस्तौल से फायर कर दिया। पिस्तौल से चली गोली संजय की दाहिनी टांग में लगी और वह वही पर गिर गया। दोनों बदमाश सवा दो लाख के कैश सहित गाड़ी लेकर दिल्ली की तरफ फरार हो गए।

कहने को तो नौकर अमित एक गरीब परिवार से था, लेकिन उसके पास आईफोन 11 था, जबकि उसका लखपति मालिक संजय MI कंपनी का मोबाइल फोन यूज करता था। इतनी बड़ी वारदात के दौरान भी अमित की कोई ऐसी गतिविधि नजर नहीं आई कि उसने बदमाशों को रोकने का काम किया हो। किसी को शक न हो कि अमित भी दोनों बदमाशों के साथ मिला हुआ है, इसलिए बदमाश संजय के साथ साथ अमित का भी फोन लेकर फरार हो गए।

लूट की वारदात के बाद मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाती FSL की टीम।

अमित पर गहराया संदेह और पूछताछ में उगला सब

वारदात के दौरान अमित ने बदमाशों से टकराने तक की कोशिश नहीं कि बल्कि नौटंकी सी की। जिससे संजय का शक अमित पर गहरा गया था। घटनास्थल पर अमित से बातचीत के दौरान पुलिस भी भांप चुकी थी, कि अमित का कुछ न कुछ तो लिंक हो सकता है। पुलिस ने अमित को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।

मधुबन पुलिस कुछ पूछती तो वह कुछ भी नहीं बता रहा था। जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह सब कुछ उगल गया। उसने खुद ही मान लिया कि उसने ही अपने दोस्तों के साथ वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग की थी।

ऐसे पहुंचेगी पुलिस बदमाशों तक

अमित की निशानदेही पर अन्य दो आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास पुलिस कर रही है। वारदात में इस्तेमाल पिस्टल को पुलिस ने मौके से बरामद कर लिया था और गोली के खोल भी मिले थे। सूत्रों की माने तो लूटी गई गाड़ी UP में मिली है लेकिन पुलिस अभी इसको लेकर किसी तरह का कोई खुलासा नहीं कर रही है।

संजय की हालत अभी स्थिर

मधुबन थाना के SHO विनोद कुमार ने बताया कि संजय करनाल के अमृतधारा अस्पताल में एडमिट है। डॉक्टरों ने उसकी गोली निकाल दी है और उसकी हालत अब स्थिर है। इस वारदात में फायरिंग से दो चोटे सामने आई है और एक चोट सिर में आई है, जो बदमाशों द्वारा मारी गई है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आज अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। ताकि अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके।

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