करनाल के तहसीलदार से कामकाज का ब्योरा मांगने पर करनाल पुलिस ने पत्रकार आकर्षण उप्पल को किया गिरफ्तार। वो केबल आम जनता की आवाज उठा रहे थे। और कैसे करनाल की तहसीलदार लोगो को एक काम के लिए चक्कर कटवाती है और खबर चलने पर बाथरूम में छिप जाती है ये पत्रकार ने अपने खबर के माध्यम से लोगो को दिखया था। इस बात पर पत्रकार को आज शाम को पुलिस द्वारा अचानक गिरफ्तार कर लिया गया।
इस बात की जानकारी उनके परिवार के किसी भी सदस्य को नही थी| उन्हें कब और कैसे पुलिस ने गिरफ्तार किया किसी को नही पता चला जब उनका मोबाइल फ़ोन बंद आने लगा तब उनकी पत्नी मोनिका उप्पल करनाल के सिविल लाइन थाने पहुंची जिस पर बार-बार उनके पूछने पर करनाल पुलिस ने उन्हें कोई भी जानकारी नही दी|
इस मामले में जब करनाल के तमाम पत्रकार समेत आकर्षण उप्पल जी के समर्थक सिविल लाइन थाना पहुंची तब जाकर पुलिस ने पुष्टि की कि आकर्षण उप्पल को गिरफ्तार कर लिया गया है जब एक पत्रकार आम जनता की आवाज़ उठाने के लिए संघर्ष करता है, तो सरकार द्वारा उनकी गिरफ्तारी का अवरोधन देश के लोकतंत्र के स्वार्थ के खिलाफ होता है। यह एक चिंताजनक प्रश्न है कि क्यों पत्रकारों को जब वे सच्चाई की ओर आगे बढ़ते हैं, तो उन्हें रोका और निरोधित किया जाता है।
सरकार को यह याद दिलाना चाहिए कि पत्रकारों की भूमिका समाज की नजर में महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे लोकतंत्र के स्तंभ होते हैं और जनता की आवाज़ को सुनने और प्रशासनिक दुरुपयोग या अन्य नियमों की चुनौतियों को जगाने में मदद करते हैं। स्वतंत्र मीडिया एक जीवंत और विचारशील समाज के लिए आवश्यक है और सरकारों को इसका समर्थन करना चाहिए, न कि उन्हें दबाव देना या गिरफ्तार करना।