साक्षी मलिक ने अपने जूते उतार कर टेबल पर रखते हुए कुश्ती छोड़ने का किया ऐलान।

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संजय सिंह को कुश्ती का नया अध्यक्ष चुनें के बाद के बाद हरियाणा के रोहतक की रहने वाली ओलंपियन साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी। बृजभूषण के गरीबी संजय सिंह को अध्यक्ष चुना गया और दिल्ली में साक्षी मलिक ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी मलिक ने अपने जूते उतार टेबल पर रखते हुए कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया।

राजनीति में उतरने के सवाल पर सुदेश रानी कहा कि साक्षी मलिक ने मेडल देश के लिए जीता है किसी राजनीति पार्टी के लिए नहीं। साक्षी मलिक आगे क्या करेगी इस पर अभी कोई फैसला नहीं दिया।

संजय सिंह को कुश्ती का नया अध्यक्ष चुनने के बाद साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक उन्होंने कहा की बेटी को इतना दुखी कोई दंगल हारने पर भी नहीं देखा, जितना वह गुरुवार को हुई।

हाथ में माइक दूसरे हाथ में जुटे
अगर प्रेसिडेंट बृजभूषण आदमी के जैसा ही रहता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं मैं आज के बाद कभी भी आपको वहां नहीं दिखूंगी

भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह बनने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती को ही अलविदा कह दिया। साक्षी मलिक ने कुश्ती से सन्यास लेने का फैसला लिया।

गृहमंत्री से कहा कि रेसलिंग को बचा ले लेकिन कुछ नहीं हुआ
साक्षी मलिक ने कहा की (WFI) महिला प्रेसिडेंट की मांग की थी।लेकिन सब जानते हैं, कि बृजभूषण का तंत्र कितना मजबूत है। मैं और बजरंग पुनिया गृहमंत्री से मिले थे, हमने हर लड़कियों का नाम लेकर उन्हें बताया रेसलिंग को बचा ले। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

साक्षी ने बताया संजय सिंह बृजभूषण के पार्टनर, आज से आप मुझे मेट पर नहीं देखेंगे।
साक्षी ने कहा कि चुने गए नए (WFI)के हेड बृजभूषण के पार्टनर हैं जब तक संजय सिंह और बृजभूषण जैसे लोग कुश्ती से जुड़े रहेंगे न्याय की उम्मीद नहीं है। ऐसे में मैं आज से ही अपनी कुश्ती को त्यागती हूं। आज से आप मुझे मैट पर नहीं देखेंगे।

संजय सिंह ने अनीता श्योरण को 40 वोटो से हराया।
भारतीय कुश्ती संघ गुरुवार को WFI के चुनाव में संजय सिंह नए अध्यक्ष के चुनाव में संजय सिंह को 40 और अनीता श्योरण को सिर्फ 7 वोट मिले।
संजय सिंह ने चुनाव में हरियाणा की पहलवान कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट रही अनीता श्योरण को हराया। संजय सिंह वफाई [WFI] के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीब भी हैं। बृजभूषण सिंह की अध्यक्षता वाली WFI की पिछली बॉडी में संजय सिंह जॉइंट सेक्रेटरी थे। चुनाव में टोटल 47 वोट पड़े इनमें से संजय सिंह को 40 और अनीता शरण को सिर्फ 7 वोट मिले।

बृजभूषण के घर के बाहर पोस्टर
अध्यक्ष पद पर संजय सिंह की जीत के बाद ​​बृजभूषण शरण सिंह खेमा ‘दबदबा है, दबदबा रहेगा’ के पोस्टर लहराता नजर आया। नई दिल्ली में बृजभूषण सिंह के आवास, 21 अशोका रोड के बाहर भी पोस्टर लगे थे। जिन पर लिखा- ‘दबदबा है, दबदबा रहेगा। यह तो भगवान ने दे रखा है।’बृजभूषण के समर्थकों ने बिना नाम लिए इस पोस्टर के जरिए उनके खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पहलवानों पर निशाना साधा।

WFI का नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद समर्थकों से घिरे संजय सिंह ने कहा, ‘जिनको कुश्ती करनी है, वो कुश्ती करें। जिनको राजनीति करनी है, वो राजनीति करें।’

संजय सिंह कहा – जिनको कुश्ती करनी है, वो करें

(WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह को ‘बबलू’ के नाम से भी जाना जाता है। नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद समर्थकों से घिरे संजय सिंह ने कहा, ‘जिनको कुश्ती करनी है, वो कुश्ती करें और जिनको राजनीति करनी है, वो राजनीति करें।’ उन्होंने कहा कि आगे बच्चों के लिए कैंप लगाए जाएंगे। उनका साल खराब नहीं होने दिया जाएगा। ओलिंपिक में जाने वाले पहलवानों की तैयारी कराई जाएगी।

वह यूपी रेसलिंग फेडरेशन और राष्ट्रीय कुश्ती संघ में पदाधिकारी रह चुके हैं। 2019 में WFI की कार्यकारी कमेटी में वह जॉइंट सेक्रेटरी चुने गए थे। संजय सिंह मूल रूप से यूपी में चंदौली एरिया के झांसी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता और दादा अपने इलाके में दंगल करवाते रहे। इसी वजह से संजय सिंह भी रेसलिंग से जुड़े रहे।

साक्षी मलिक के पास ओलिंपिक मेडल

साक्षी मलिक ने 2020 टोक्यो ओलिंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। यह उनका पहला ओलिंपिक मेडल था। इसके अलावा साक्षी के पास कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन मेडल (गोल्ड, सिल्वर, ब्रॉन्ज) और एशियन चैंपियनशिप्स में 4 मेडल (3 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर) हैं।

हांलाकि कुछ सालों से साक्षी मलिक लगातार नेशनल ट्रायल्स में हार रही थीं। 2021 में साक्षी को 19 साल की सोनम ने हराया था। वहीं, इस साल साक्षी ने एशियन गेम्स के लिए ट्रायल में हिस्सा लेने से भी मना कर दिया था।

अदालत के स्टे हटाने पर हुए चुनाव

(WFI) के चुनाव 12 अगस्त को होने थे, लेकिन 11 अगस्त को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। कई महीने बाद अदालत के रोक हटाने पर उठाया कदम आज 21 दिसंबर को चुनाव कराए गए। इसमें (WFI) का नया अध्यक्ष और एग्जीक्यूटिव कमेटी के मेंबर चुने गए। नई बॉडी चुनने के लिए सभी राज्यों के कुश्ती संघों के दो-दो सदस्यों ने वोट दिए।

बृजभूषण पर लगाए थे आरोप

देश के नामी रेसलर्स साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट बजरंग पूनिया समेत कई पहलवानों ने (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ संगीन आरोप लगाए थे। इन पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली में धरना तक दिया। पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन के बाद खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाले WFI को निलंबित कर दिया था।

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