अंतरराष्ट्रीय पहलवान बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी सोशल मीडिया के जरिए लिखी और कहा कि मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस लौट रहा हूं इस चिट्ठी में बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती संघ पर सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत के विरोध में जताया पहलवान बजरंग पुनिया पद्मश्री अवार्ड को लौटाने के लिए प्रधानमंत्री आवास पर गए थे लेकिन अंदर जाने की अनुमति बजरंग पूनिया को नहीं दी तो उन्होंने वही फुटपाथ पर अपना अवार्ड रख दिया बजरंग पुनिया खुद को असम्मानित पहलवान बताते रहे और कहा महिला पहलवानों के अपमान के बाद मै ऐसे सम्मानित जिंदगी नहीं जी पाएंगे इसलिए उन्होंने सम्मान को लौटाने का फैसला लिया है बजरंग पूनिया को मार्च 2019 में ही पद्म श्री पुरस्कार मिला था
बजरंग पूनिया ने अपनी चिट्ठी में कई बातें लिखी जिसमें कहा कि सरकार ने ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया था लेकिन वह नहीं हुआ प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए बजरंग पुनिया लिखते हैं कि जनवरी महीने में देश की महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ पर काबिज यूपी के सांसद बृजभूषण पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जब महिला पहलवानों ने अपना आंदोलन शुरू किया उसे दौरान उनके साथ लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा महिला पहलवान शामिल थी लेकिन बृजभूषण के दबाव में कई महिला पहलवान वापस हट गई
40 दिनों तक चल धरने पर एक महिला पहलवान और पीछे हट गई हम सब पर बहुत दबाव था हमारे प्रदर्शन स्थल को तहस-नहस कर दिया गया और दिल्ली से बाहर हमें खदेंड दिया गया पुलिस हमारे पीछे लगा देगी और प्रदर्शन करने पर भी हम पर रोक लगा
पहलवान बजरंग पुनिया प्रधानमंत्री को लिखित चिट्ठी के संबंध में लिखते हैं कि जब हमारी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई तो उन्होंने हमें अस्वस्थ किया था कि वह महिला पहलवानों के साथ है और उनके साथ न्याय करेंगे और कुश्ती फेडरेशन में यूपी के बाहुबली सांसद बृजभूषण और उसके परिवार और उसके गुर्गे को बाहर करेंगे लेकिन अब WFI के दोबारा चुनाव हुए तो बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह दोबारा उसे पद पर काबिज हो गए हैं।
हमने गृहमंत्री की बातों को मानकर अपना आंदोलन सड़क से समाप्त किया था लेकिन जब दोबारा से बृजभूषण सिंह का अच्छा भारतीय कुश्ती संघ पर काबिज हुआ है तो उन्होंने स्टेटमेंट दी है दबदबा है और दबदबा रहेगा हमने रोते हुए धरना स्थल पर रहते कटे हैं लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई