WFI के नए अध्यक्ष संजय सिंह के बनते ही साक्षी मलिक ने जो कुश्ती छोड़ने का फैसला लिया था, और उसके एक दिन बाद बजरंग पूनिया ने अपने पद्मश्री को लूटने का फैसला लिया था।पद्मश्री को लेकर पीएम हाउस के बाहर पद्मश्री को रख दिया था। इसी चर्चा को लेकर नई अपडेट के साथ बजरंग पूनिया ने पद्मश्री को लौटने के बाद बजरंग पूनिया ने कहा कि पहलवान तिरंगे के लिए खून पसीना बातें हैं। कोई नहीं करता सैनिकों और खिलाड़ियो से ज्यादा मेहनत। हमें देशद्रोही कहा गया है। हम देशद्रोही जैसे नहीं है। हमें पुरस्कार जीतने पर मिला है। हम उसे वापस ले सकते हैं हम सम्मान वापस ग्रहण करेंगे बजरंग ने WFI कार्यकारिणी के विरोध में दिल्ली में पीएम आवास के बाहर फुटपाथ पर अपना पद्मश्री अवार्ड रख दिया था।
साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया के जरिए कहा की जुनियर पहलवान गोंडा मे होने वाले कंपीटीशन को लेकर घबराई हुई हैं।
साक्षी मलिक ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा :- मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूँ वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फ़ोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख़ से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नयी कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फ़ैसला लिया है।
गोंडा बृजभूषण का इलाक़ा है। अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहाँ जाएँगी। क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है क्या समझ नहीं आ रहा कि क्या करूँ।
कुश्ती संघ की नई बॉडी का चुनाव होने के बाद जिस तरह से कैसरगंज से सांसद बृजभूषण के दबदबे के फोटो लगातार वायरल हो रहे थे अब उस पर खेल मंत्रालय ने एक्शन लिया है रविवार सुबह ही कुश्ती संघ की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया है तीन दिन पहले ही कैसरगंज से सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह कुश्ती संघ के प्रेसिडेंट बने थे।
संजय सिंह के कुश्ती संघ के प्रेसिडेंट बनने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवार्ड वापस लौटा दिया और गूंगा पहलवान ने लौटने का ऐलान कर दिया और अन्य खिलाड़ियों से भी फैसला लेने की अपील की थी।